तुम रच्छक काहू को डर ना ॥२२॥ आपन तेज सह्मारो आपै । सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८॥ चारों जुग परताप तुह्मारा । सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रक्षक काहू को डरना॥ यह भी पढ़ें इंदौर के पितरेश्वर हनुमान धाम का इतिहास... After you chant the mantra on the https://conanc802gdz2.blogdomago.com/33812920/facts-about-hanuman-chalisa-revealed